रंग बिरंगी आई होली
फागुन ऋतू आई है
होली की मस्ती छाई है
ढोल, नगाड़े बजने लगे हैं
रंग,गुलाल उड़ने लगें हैं
इस त्यौहार का रंग और अंदाज है निराला
छोटे-बड़े का भेद मिटाकर सबको एक रंग मैं रंग डाला
लाल,पीले,नीले,हरे रंग से रंग दो सबके तन को
और प्यार से गले मिलकर रंग लो अपने मन को
इस पावन पर्व पर कुछ ऐसा अपनापन और मदहोशी छाती है
की वर्षों पुरानी दुश्मनी भी दोस्ती मैं बदल जाती है
होली की मस्ती छाई है
ढोल, नगाड़े बजने लगे हैं
रंग,गुलाल उड़ने लगें हैं
इस त्यौहार का रंग और अंदाज है निराला
छोटे-बड़े का भेद मिटाकर सबको एक रंग मैं रंग डाला
लाल,पीले,नीले,हरे रंग से रंग दो सबके तन को
और प्यार से गले मिलकर रंग लो अपने मन को
इस पावन पर्व पर कुछ ऐसा अपनापन और मदहोशी छाती है
की वर्षों पुरानी दुश्मनी भी दोस्ती मैं बदल जाती है
हमारे दिल में जल रही अहम् ,इर्ष्या,द्वेष,की होली जलाने से
हमारी अंतर्मन की जीत हैं
हमारी अंतर्मन की जीत हैं
इस रंगीले त्यौहार में तन के साथ मन भी रंगीला हो जाता है
नए-नए एहसास और उमंगों से जीवन को सराबोर कर जाता है
सबका जीवन इसी तरह रंगीन खुशिओं से महकता रहे और पूर्ण हो सब मनोकामनाएं
होली के पावन पर्व पर यही हैं हमारी सबको ढेर सारी शुभकामनाएं
HAPPY HOLI
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