बुधवार, 13 अप्रैल 2011

corruption in india







आज हमारे भारत देश में भ्रष्टाचार जिस तरह एक लाइलाज  बीमारी की तरह हर जगह  फैल रही है.उसमे सबसे ज्यादा जिम्मेदार   हमारे देश के नेता जो सबसे ज्यादा जिम्मेदार नागरिक और जिम्मेदार पदों पर आसीन हैं .उन्हें ही जिम्मदार ठराया जाएगा |श्री अन्ना हज्जारेजी ने जिस आन्दोलन की शुरुआत  अभी की है उसे तो बहुत साल पहले ही शुरू हो जाना चाहिये था |  देश के हालत इतने बिगड़ गए हैं की अब सुधार होना नामुमकिन है | सबसे पहले तो हमें इन नेताओं के लिये भी कुछ नियम बंनाने पड़ेंगे |
१.इनके लिए भी अवकाश प्राप्ति की एक उम्र निश्चित करनी पड़ेगी |
२.परिवारवाद ख़त्म करना होगा |
३.इनके लिए भी जिस तरह से सरकारी अधिकारिओं की हर साल गोपनीय रिपोर्ट लिखी जाती है.इसी तरह इनके किया हुए काम का लेखा जोखा रखने के लिया एक कमेटी बंनानी चाहिये |  उसकी रिपोर्ट के आधार पर उसे आगे के काम के लिया निउक्त करना चाहिये |
४.अपनी सम्पति का ब्योरा हर साल इनको देना  चाहिये.|
५.पढाई के लिये भी कम से कम स्नातक तो होना ही चाहिये
६.सहूलियतें उतनी  ही  दें जितनी जरुरत हों.सारे रिश्तेदार पालने की जिम्मेअदारी सरकार की थोड़ी है.
अगर देश के नेता सुधर   गए तो उनके आधीन सरकारी तंत्र अपने आप सुधर जाएगा |
अन्ना हम आपके साथ हैं आप ने बहुत अच्छा   मुद्दा  लेकर आन्दोलन सुरु किया है.भगवान् इन नेताओं को सदबुधि दे |  

                             साथी हाथ बढाना, भारत से भ्रस्टाचार को है मिटाना 
                                   एक अकेला थक जाएगा,मिलकर हाथ बढाना  

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