आज मदर्स डे पर मैं एक महान ,गरिमामय माँ मदर टेरेसा को अपनी स्वरचित कविता के द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित कर रही हूँ
ममतामयी माँ मदर टेरेसा
ममतामयी,गरिमामयी माँ का रूप थीं वो
सफेद साड़ी मैं लिपटी उजली सुबह -२ की धूप थीं वों
स्नेहिल मुस्कान मुख पर लिए शांति की दूत थीं वो
सर्वत्र प्यार का प्रसार करने वाली भगवान् की मूरत थीं वो
निसहाय इंसानों, अनाथ बच्चों की आश्रयदाता थीं वो
इस दुनिया में इंसानियत की मिसाल थीं वो
सही मायने में एक महान इंसान थीं वो
हमारे धन्य-भाग्य की भारत में बस गईं थीं वो
भारत में रहने वाली अनमोल "भारत -रत्न" थीं वो
भारत की ही नहीं सारी दुनिया की मदर थीं वो
धरती माँ के समान सहनशील माँ मदर टेरेसा थीं वो
ऐसी माँ को शत-शत नमन करती हूँ मैं
उनकी महान आत्मा के लिए हर पल दुआ करती हूँ मैं
HAPPY MOTHER'S DAY
19 टिप्पणियां:
मदर्स डे पर मदर टेरेसा को बहुत अच्छी श्रद्धांजली दी आपने.
Happy Mothers day!!! आपको भी.
सादर
हृदयस्पर्शी पंक्तियाँ...मदर टेरेसा को नमन
रती माँ के समान सहनशील माँ मदर टेरेसा थीं वो
ऐसी माँ को शत-शत नमन करती हूँ मैं
उनकी महान आत्मा के लिए हर पल दुआ करती हूँ मैं....
Awesome !
Beautiful creation Prerna ji .
.
धरती माँ के समान सहनशील माँ मदर टेरेसा थीं वो
ऐसी माँ को शत-शत नमन करती हूँ मैं
उनकी महान आत्मा के लिए हर पल दुआ करती हूँ
मेरा भी नमन ...
बहुत सुंदर भाव से लिखी -सुंदर कविता .
HAPPY MOTHERS'DAY .
बहुत ही बढिया। मुनव्वर राना की दो लाइनें
मां मेरे गुनाहों को कुछ इस तरह से धो देती है,
जब वो बहुत गुस्से में होती है तो रो देती है।।
mothers day per apni maa ko to sabhi wish karte hain per b'ful lines on mother.
मदर टेरेसा ममता की प्रतिमूर्ति थी ....शुभकामनायें आपको !
माँ पर सुन्दर विचार...आपका ब्लॉग देखा. आपकी सार्थक कोशिश रंग लाकर रहेगी. शुभकामनाएँ
bahut hi prabhawshali rachna
मदर्स डे पर काफी सुंदर शब्दों के साथ मदर टेरेसा को श्रद्धांजलि दी आपने. बधाई! पीढ़ी अंतराल पर भी आपने अच्छा लिखा है. अभी सरसरी तौर पर ही देखा है. यह मेरा भी पसंदीदा टोपिक रहा है. मेरी एक नज़्म है 'पुरानी पीढ़ियों से....' अभी इसके और भी आयाम हैं, इसपर बाद में टिपण्णी करूंगा.
--देवेंद्र गौतम
मदर्स डे पर काफी सुंदर शब्दों के साथ मदर टेरेसा को श्रद्धांजलि दी आपने.
मातृ दिवस की शुभकामनायें
मात्र दिवस पर पूरे विश्व की ममता मयी माँ को नमन.
खूबसूरत पंक्तियाँ लिखीं हैं आपने.
बहुत अच्छा आलेख।
waah prerna ji aapne to kamaal ka likha hai..maa ko aesi parshansha bahut achhi lagi...bahut sundar likhti hai aap or wo bhi bahut prenadai tarike se...badhai...humare blog pe aane ke lie sukriya...
बहुत बढिया हृदयस्पर्शी आलेख..
मदर टेरेसा को नमन!
आपको शुभकामनायें !
ham to bhai yahi kahenge man tujhe salam........
मदर टेरेसा को शत शत नमन और हार्दिक श्रद्धांजलि.
आपकी सुन्दर प्रस्तुति को नमन.
मेरे ब्लॉग पर आईयेगा ,आपका हार्दिक स्वागत है.
मां के लिये बेहतरीन रचना
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