प्रेरणा अर्गल जी -मै कई बार आप के ब्लॉग पर अनौपचारिक रूप से आ भी चूका हूँ , कई बार टिपण्णी दे चूका हूँ तथा आप के ब्लॉग का समर्थक भी हूँ ! जो भी हो आप का मेरे ब्लॉग पर "अनुशासन "के रूप में कल आना , और अपने ब्लॉग पर औपचारिक रूप से , आने के लिए निमंत्रण देना भी एक सुखद अनुभव सा लगा ! देर आये , दुरुस्त आये ! काश ब्यक्ति प्रेम और दंभ में फर्क समझ पता ! ये तो सही है की इस ब्लॉग जगत में भी प्रेम कम और दंभ ज्यादा है ! खैर क्षमा प्रार्थी हूँ - भाओ- वेश में यह सब कह गया ! मेरे तरफ से भी आप को मेरे ब्लॉग "पोस्ट - जगत "में हार्दिक स्वागत है ! धन्यवाद
आपकी पोस्ट ब्लोगर्स मीट वीकली (६) के मंच पर प्रस्तुत की गई है /आप आयें और अपने विचारों से हमें अवगत कराएँ /आप हिंदी के सेवा इसी तरह करते रहें ,यही कामना हैं /आज सोमबार को आपब्लोगर्स मीट वीकली के मंच पर आप सादर आमंत्रित हैं /आभार /
बहुत बहुत धन्यवाद आप सबका की आपने मेरी रचना को पसंद किया और इतने अच्छे उत्साह बढ़ानेवाले सन्देश दिए /आप सबका आशीर्वाद मेरी रचनाओं को हमेशा ऐसे ही मिलता रहेगा ,यही कामना है /आभार /
24 टिप्पणियां:
sunder geet...
बहुत सुन्दर विडिओ प्रस्तुति।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ।
sundar प्रस्तुति krishn janmashtmi kee bahut bahut shubhkamnayen
sundar प्रस्तुति krishn janmashtmi kee bahut bahut shubhkamnayen
जन्माष्टमी की हार्दिक बधाइयाँ ...शुभकामनायें
बहुत सुन्दर गीत दोस्त जी .......श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ |
आपका बहुत बहुत धन्यवाद की आपको मेरी पोस्ट पसंद आई /आशा है आगे भी आपके उत्साह बढ़ानेवाले सन्देश मेरी रचनाओं को मिलता रहेगा /आभार /
सुन्दर विडिओ ...
श्कष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ ...
बहुत सुन्दर गीत! जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें!
Wow,its a song of my choice.
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ.
वाह! बहुत सुन्दर गीत.
'बड़ी देर भई नंदलाला'शब्द सुनते ही
रोमांच हो जाता है.
मेरे ब्लॉग पर भी आपको आये हुए बहुत देर
हो गई है.
मेरा ब्लॉग भी आपकी राह तक रहा हैं.
bahut sundar prastuti .aabhar
ARE YOU READY FOR BLOG PAHELI -2
बहुत सुन्दर प्रस्तुति....
बहुत-बहुत शुभकामनायें.
बहुत सुन्दर गीत ..जन्माष्टमी की हार्दिक बधाइयाँ ...शुभकामनायें
प्रेरणा अर्गल जी -मै कई बार आप के ब्लॉग पर अनौपचारिक रूप से आ भी चूका हूँ , कई बार टिपण्णी दे चूका हूँ तथा आप के ब्लॉग का समर्थक भी हूँ ! जो भी हो आप का मेरे ब्लॉग पर "अनुशासन "के रूप में कल आना , और अपने ब्लॉग पर औपचारिक रूप से , आने के लिए निमंत्रण देना भी एक सुखद अनुभव सा लगा ! देर आये , दुरुस्त आये ! काश ब्यक्ति प्रेम और दंभ में फर्क समझ पता ! ये तो सही है की इस ब्लॉग जगत में भी प्रेम कम और दंभ ज्यादा है ! खैर क्षमा प्रार्थी हूँ - भाओ- वेश में यह सब कह गया ! मेरे तरफ से भी आप को मेरे ब्लॉग "पोस्ट - जगत "में हार्दिक स्वागत है ! धन्यवाद
bahut sundar geet..aabhaar prerna ji
very nice
मेरे मनपसंद गीत को सुनवाने के लिए शुक्रिया
सुन नहीं पाया किसी को देख ना पाया
सुना है उस सजीले में सभी कुछ मां कसम क्या था!?
दो-तीन बार प्रयास किया … वीडियो देख नहीं पाया … कल फिर अवश्य कोशिश करूंगा …
विलंब से ही सही…
♥ स्वतंत्रतादिवस सहित श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !♥
- राजेन्द्र स्वर्णकार
दोहों के आगे दोहा
===========
बैनर पर बाहर लिखा, दिखा मुझे "स्वाधीन"।
लेकिन भीतर "बेड़ियाँ", पड़ी हुई प्राचीन॥
==================
सद्भावी-डॉ० डंडा लखनवी
मुझे यह गीत बहुत अच्छा लगता है।
आपकी पोस्ट ब्लोगर्स मीट वीकली (६) के मंच पर प्रस्तुत की गई है /आप आयें और अपने विचारों से हमें अवगत कराएँ /आप हिंदी के सेवा इसी तरह करते रहें ,यही कामना हैं /आज सोमबार को आपब्लोगर्स मीट वीकली
के मंच पर आप सादर आमंत्रित हैं /आभार /
बहुत बहुत धन्यवाद आप सबका की आपने मेरी रचना को पसंद किया और इतने अच्छे उत्साह बढ़ानेवाले सन्देश दिए /आप सबका आशीर्वाद मेरी रचनाओं को हमेशा ऐसे ही मिलता रहेगा ,यही कामना है /आभार /
एक टिप्पणी भेजें