करवा चोथ
सखियाँ खूब सुहाग के गीत गाओ री
बिंदिया .चुदियाँ .मेहंदी से खुद को खूब सजाओ री
सोलह श्रंगार करके सजना को रिझाओ री
आओ करवाचोथ मिलजुल कर मनाओ री
नई छन्नी.करवा .पूजा की थाली लाओ री
उनको खूब गोटा,किरण से सजाओ री
अच्छी अच्छी मिठाइयाँ ,गुझिया ,बनाओ री
आओ करवाचोथ मिलजुल कर मनाओ री
निर्जला व्रत रखकर ,चाँद राजा का इंतज़ार करो री
आपस में थाली बदलकर मंगल गीत गाओ री
अपने सुहाग की लम्बी उम्र के लिए कामना करो री
आओ करवाचोथ मिलजुलकर मनाओ री
चाँद देवता की पूजा कर उसका आशीर्वाद पाओ री
अपने पिया के हाथ फल ,मिठाई खाकर व्रत तोड़ो री
इस प्यारे त्यौहार के कारण ,पिया के दिल में जगह बनाओ री
आओ करवाचोथ मिलजुलकर मनाओ री
कितने प्यारे कितने सुंदर हैं हमारे त्यौहार
हर रिश्ते और हर बंधन के लिए साल में आते एक बार
सबको मिलाते हैं ,टूटे हुए रिश्तों को भी एक कर जाते हैं
विदेशी भी हमारी सभ्यता और सस्कृति को इज्जत की नजर से देखते हैं
इसीलिए विदेशी भी हमारी संस्कृति को मानते हैं उसे अपनाते हैं
हम भी इस संस्कारों से सजे देश को शत -शत नमन करते हैं
जय हिंद -जय भारत
HAPPY KARVACHOTH
आओ करवाचोथ मिलजुल कर मनाओ री
नई छन्नी.करवा .पूजा की थाली लाओ री
उनको खूब गोटा,किरण से सजाओ री
अच्छी अच्छी मिठाइयाँ ,गुझिया ,बनाओ री
आओ करवाचोथ मिलजुल कर मनाओ री
निर्जला व्रत रखकर ,चाँद राजा का इंतज़ार करो री
आपस में थाली बदलकर मंगल गीत गाओ री
अपने सुहाग की लम्बी उम्र के लिए कामना करो री
आओ करवाचोथ मिलजुलकर मनाओ री
चाँद देवता की पूजा कर उसका आशीर्वाद पाओ री
अपने पिया के हाथ फल ,मिठाई खाकर व्रत तोड़ो री
इस प्यारे त्यौहार के कारण ,पिया के दिल में जगह बनाओ री
आओ करवाचोथ मिलजुलकर मनाओ री
कितने प्यारे कितने सुंदर हैं हमारे त्यौहार
हर रिश्ते और हर बंधन के लिए साल में आते एक बार
सबको मिलाते हैं ,टूटे हुए रिश्तों को भी एक कर जाते हैं
विदेशी भी हमारी सभ्यता और सस्कृति को इज्जत की नजर से देखते हैं
इसीलिए विदेशी भी हमारी संस्कृति को मानते हैं उसे अपनाते हैं
हम भी इस संस्कारों से सजे देश को शत -शत नमन करते हैं
जय हिंद -जय भारत
HAPPY KARVACHOTH
13 टिप्पणियां:
bahut hi sundar hai
sath hi rang birangi tasvire
sone par suhaga hai
करवाचौथ की आपको भी बहुत बहुत बधाई! बहुत सुंदर पोस्ट !
इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार के चर्चा मंच पर भी की गई है!
यदि किसी रचनाधर्मी की पोस्ट या उसके लिंक की चर्चा कहीं पर की जा रही होती है, तो उस पत्रिका के व्यवस्थापक का यह कर्तव्य होता है कि वो उसको इस बारे में सूचित कर दे। आपको यह सूचना केवल इसी उद्देश्य से दी जा रही है! अधिक से अधिक लोग आपके ब्लॉग पर पहुँचेंगे तो चर्चा मंच का भी प्रयास सफल होगा।
कई अन्य ब्लॉगों पर भी जाना हुआ। कहीं शिकायत है कि सारे त्यौहार और नियम-कायदे हम महिलाओं के लिए ही क्यों। कहीं कहा जा रहा है कि साजो-श्रृंगार बेकार है,असली बात यह है कि मन का मेल हो। कहीं उपदेश कि पुरुष क्यों नहीं महिलाओं की लंबी उम्र की कामना में पर्व करते हैं। बस,एक आपका ही ब्लॉग है जिसपर त्यौहार के मूल रंग हैं। न कोई सौदेबाज़ी,न शिकवा। अच्छा लगा।
बहुत प्यारी कविता ! करवा चौथ के दिन हर स्त्री के मन की भावनाओं को आपने बहुत खूबसूरती से उभारा है ! इस पवित्र त्यौहार की आपको भी ढेर सारी शुभकामनायें एवं बधाई !
बहुत सुन्दर प्यारी पोस्ट....
सादर बधाईयाँ....
shandar likha aapne
bahut khoob
सुंदर रचना।
करवा चौथ की बधाई हो............
चांद को देखते हुए चांद से चेहरे
वाह ...
सुंदर चित्र...
सब रहें सुहागन सदा
हमारी तो बस यही है दुआ
बहुत ही सुन्दर गीत बन पड़ा है करवाचौथ का.......दिल से आपको बधाई प्रेरणा जी !!!
Sachmuch tyauhar manwiya bhavna ki abhivyakti ka ek sashkt sadhan hai. Karwachauth pati patni ke rishton ko majboot karta hai. Sundar rachna.
बढ़िया प्रस्तुति रही ...आज अहोई अष्टमी की शुभकामनायें
बहुत सुन्दर प्यारी पोस्ट....देर ही सही करवा चौथ की बधाई हो............चित्र सुन्दर हैं...
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