अमीर मंदिर गरीब देश
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तिरूपति बालाजी मंदिर |
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लक्ष्मी गोल्डन मंदिर वेल्लौर |
आप सभी जानते हैं की हमारे देश के मंदिर ,संत महात्मा ,बाबा कितने अमीर हैं /हमारे देश के मंदिर तिरूपति बालाजी ,वेल्लोर का लक्ष्मी मंदिर ,सिर्डिवाले साईं बाबा का मंदिर आदि ऐसे बहुत से मंदिर जिनके पास जनता के द्वारा चढ़ाये करोड़ों रुपये हैं /जिसका उपयोग या तो मंदिर के विस्तार में या उसको चांदी फिर सोने में मढ़ने में ,या पण्डे,पुजारिओं ,trustees को धर्म के नाम पर बैठे बिठाये अपना स्वार्थ सिद्ध करने के काम आता है /अभी सत्य साईं बाबा के बारे में सब जानते हैं की कैसे उनके कमरे के खजाने में करोड़ों रुपये मिले /कुछ लोग बस में रुपये ले जाते पकडे गए./आज भी उनकी करोड़ों की प्रोपर्टी पर मतभेद चल रहे हैं /कुछ तो हम लोगों को मीडिया के माध्यम
से पता लग जाता है और बाकी पैसों का क्या हो रहा है कोई नहीं जानता /वेल्लोर का लक्ष्मी मंदिर अभी १०-१५ साल पहले ही बना है पर आज के जमाने में भी जब लोग महंगाई की मार से परेशान है उस मंदिर की पूरी दीवारें
सोने से मडी हुई हैं /जिसमे लगभग २००tan सोने का उपयोग किया गया है /इतना पैसा कहाँ से आ रहा है ,चदावे
से आ रहा है या कही और से आरहा है ये तो भगवान् ही जानता है /ऐसे कितने ही मदिर हैं जहाँ लाखों करोड़ों रुपये उनके खजानों में जमा होंगे /इनका सदुपयोग क्यों नहीं हो सकता /
मंदिरों के चदावे में आने वाले धन का हिसाब किताब का ब्योरा मंदिर के trustees के पास लिखित में होना चाहिए /जितनी जरुरत मंदिर के लिए हो उतना पैसा मंदिर के खजाने में रखकर बाकी पैसा सरकारी खजाने में जमा होना चाहिए /इससे काफी पैसा सरकार को मिलेगा/जो जरूरतमंद लोगों के काफी काम आ सकता है./मंदिरों के बाहर काफी भिखारी बैठे रहते हैं जो हमारे विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बने रहतें हैं /वो उनका फोटो खीचकर ले जातें हैं और अपने देश में दिखाकर हमारा मजाक बनाते हैं /सबसे पहले तो इन भिखारियों का पूरा विवरण लेकर इनको पैसा देकर काम करने के लिए कहना चाहिए /और उसके बाद भी ये भीख मांगते दिखें तो इनके लिए सजा का प्रावधान होना चाहिए /
जनता का पैसा अगर जनता के ही काम आये तो क्या इससे भगवान् खुश नहीं होंगे /जिस देश में किसान आत्महत्या कर रहे हो ,कितने परिवार गरीबी रेखाओं के नीचे जी रहे हों ,कितने ही परिवारों को दो जून रोटी जुटाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है ,उस देश में करोड़ों रुपये भगवान् के नाम पर इस तरह उपयोग हो रहें हैं क्या ये ठीक है ,क्यों नहीं इसका उपयोग गरीबों ,किसानो और जरुरत मंदों के लिए हो सकता /हमारे देश मैं धन की कमी नहीं है पर वो छुपा हुआ है जिसका सदुपयोग होना चाहिए /
और इस पैसे से बहुत सारे काम हो सकतें हैं बस अच्छी सोच और ईमानदारी से उपयोग करने की इच्छा हो /सरकारी खजाने में बढोतरी होने से देश की तरक्की में भी बढोतरी होगी /जनता का पैसा जनता की तरक्की में ही काम आयेगा /जनता खुशहाल तो देश खुशहाल /
मंदिर,मस्जिद,गिरजाघरों में ईश्वर को चदाव श्रद्धा सुमन
सच्चे मन से सर झुकाकर करो उसको नमन
पैसे किसी गरीब और जरूरतमंद को दो
और उसका जीवन खुशियों से भर दो
यही तुम्हारी ईश्वर के प्रति सच्ची भक्ति होगी
तभी जीवन जीने की ख़ुशी और सही राह मिलेगी