मेरे सारे ब्लोगर्स साथियों को दीवाली की बहुत शुभकामनायें
कुछ दिनों के लिए बाहर जा रही हूँ वापस आ कर आप सबसे फिर मुखातिब हूँगी \
प्रणाम
झीलों का शहर
कुछ दिनों के लिए बाहर जा रही हूँ वापस आ कर आप सबसे फिर मुखातिब हूँगी \
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झीलों का शहर
भारत देश के दिल में स्थित मध्य प्रदेश की राजधानी है झीलों का खूबसूरत शहर भोपाल /चारों और पहाड़ियों से घिरा हुआ,छोटी छोटी झीलों और हरियाली के कारण बारिश के दिनों में एक हिल स्टेशन की तरह प्रतीत होता है ./ बादल पहाड़ियों पर झूकने लगते है ,धरती अम्बर मिलने लगते हैं
/हर तरफ कुहरा सा छा जाता है /मौसम सुहाना हो जाता है /बड़ी और छोटी झीलों में बूंदें पड़ने लगती हैं /भीगे मौसम में नोका विहार का मजा दुगुना हो जाता है /रात में बड़ी झील में जहाज में लोगों का हूजूम उमड़ पड़ता है /
जिसमें खाने के लिए वातानुकूलित रेस्टोरेंट तथा डेक पर स्नेक्स सेण्टर है जिससे लोग झील की सैर करते हुए खाने पीने का मजा लें सकें /साथ ही डेक पर आर्केस्ट्रा भी है जिसकी मधुर सुर लहरियों से चांदनी रात में नोका विहार का मजा दुगुना हो जाता है / बड़ी झील में श्याम को स्पीड बोट ,पेडल
/हर तरफ कुहरा सा छा जाता है /मौसम सुहाना हो जाता है /बड़ी और छोटी झीलों में बूंदें पड़ने लगती हैं /भीगे मौसम में नोका विहार का मजा दुगुना हो जाता है /रात में बड़ी झील में जहाज में लोगों का हूजूम उमड़ पड़ता है /
जिसमें खाने के लिए वातानुकूलित रेस्टोरेंट तथा डेक पर स्नेक्स सेण्टर है जिससे लोग झील की सैर करते हुए खाने पीने का मजा लें सकें /साथ ही डेक पर आर्केस्ट्रा भी है जिसकी मधुर सुर लहरियों से चांदनी रात में नोका विहार का मजा दुगुना हो जाता है / बड़ी झील में श्याम को स्पीड बोट ,पेडल
बोट ,वाटर स्कूटर और भी कई तरह के वाटर स्पोर्ट्स का मजा ले सकते हैं /झील के किनारे किनारे बहुत सुंदर सड़क बनाई गई है /जिसे भोपाल की मरीन drive कहते हैं /रात में जब उसकी lights झील पर पड़ती है तो ऐसा लगता है जैसे सेकड़ों दीप झिलमिला रहे हों /और उस समय ऐसा लगता है जैसे आप पेरिस की शाम और रंगीनियों को देख रहे हों /
भोपाल के आस-पास काफी ऐतहासिक जगहे हैं /जहाँ आप जाकर पूरा दिन बिता सकते हैं /
साँची स्तूप
राजा अशोका ने (273-236 B.C.) में ये स्तुपस बुद्ध भगवान् के सम्मान में बनाया था /ये भोपाल से ३५-४० किलोमीटर की दूरी पर स्थित है /
भोजपुर
भोजपुर
राजा भोज ने यहाँ पर लगभग ९०० वर्ष पूर्व शिवजी का मंदिर बनवाया था /जिसकी बड़ी मान्यता है /ये भी भोपाल से २८ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है / पिकनिक मनाने के लिए यह स्थान बहुत लोकप्रिय हैं /
बिड़ला मंदिर
बिड़ला मंदिर
ये भी बहुत पुराना पहाड़ी पर स्थित लक्ष्मी नारायणजी का मंदिर है /जहाँ से पूरा भोपाल की खूबसूरती देख सकते हैं /
वन विहार
झील के किनारे वन विहार स्थित है जिसमे कई तरह के जानवर खुले में जंगल की तरह रहते हैं /वहां सफेद शेर भी है /
भीम वाटिका
भोपाल से ४० किलोमीटर दूर स्थित भीम वाटिका में १२०००.साल प्राचीन गुफायें हैं जिसमे कुछ पुरानी चित्रकारी की हुई हैं /जो काफी साल पुरानी है /ये मान्यता है की वनवास के दौरान पांडव यहाँ आकर रहे थे /यह यूनेस्को द्वारा संरक्षित स्थल है /
ताजुल मस्जिद
भोपाल की बेगम सुल्तान शाजहाँ ने लगभग १४० वर्ष पूर्व बनवाया था /इसे मस्जिदों का ताज भी कहा जाता है /
मानव संग्रहालय
मानव संग्रहालय में भारत देश के सारे प्रदेशों के ग्रामीण परिवेश और रहन सहन की झलक दिखलाने के लिए अलग अलग तरह के कच्चे मकान बनाये गए हैं / और उसके बारे में पूरी जानकारी दी गई है /
इसके अलावा बहुत सुदर बगीचे ,बांध और बहुत अच्छी जगह हैं घूमने के लिए /बहुत अच्छा शहर है भोपाल जहाँ हर त्यौहार बहुत धूमधाम और उत्साह से मनाया जाता है /
सड़क ,रेल,एवं वायु मार्ग से भोपाल भारत के चारों महानगरों से जुड़ा हुआ है /
इस खूबसूरत शहर भोपाल की यात्रा मनमोहक यादगार के रूप में हमेशा
आपके दिल में बसी रहेगी /
जरुर यात्रा कीजिये भोपाल की /