बुधवार, 29 फ़रवरी 2012

aaj jaane ki zid na karo sung by prerna argal

12 टिप्‍पणियां:

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

बहुत खूबसूरत गाया है ... सुंदर

Asha Lata Saxena ने कहा…

गाने के लिए अच्छी रचना चुनी है |बढ़िया प्रस्तुति
आशा

डॉ. दिलबागसिंह विर्क ने कहा…

बहुत खूब

DR. ANWER JAMAL ने कहा…

लगता है नजदीक ही होली आई है
रंग ,गुलाल उड़ने लगे हैं
ढोल नगाड़े बजने लगे हैं
ठंडाई,गुझिया ,मिठाई बनने लगीं हैं

Sawai Singh Rajpurohit ने कहा…

बहुत बढ़िया
बहुत अच्छा लगा आपके ब्लॉग पर आकर..
Active Life Blog

Sawai Singh Rajpurohit ने कहा…

मित्रवर
आप से निवेदन है कि एक ब्लॉग सबका
( सामूहिक ब्लॉग) से खुद भी जुड़ें और अपने मित्रों को भी जोड़ें... शुक्रिया

musafir ने कहा…

बहुत सुन्दर गीत है. जितनी बार सुनो उतना कम है.
और जियो उस एहसास को, की आज जाने की ज़िद ना करो.

Minakshi Pant ने कहा…

बहुत सुन्दर |

कविता रावत ने कहा…

bahut khoobsurat pratuti..

prerna argal ने कहा…

aap sabka bahut bahut dhanyawaad.ki aapne mere is prayaas ko sarayaa.aap sabka aashirwaad isi tarah mujhe milataa rahe yahi kamanaa hai.aabhaar.

Dinesh pareek ने कहा…

बहुत ही सुन्दर में आपके ब्लॉग पे पहली बार आया हु
लेकिन आगे आता रहूँगा
मेरे ब्लॉग पे भी आप आएंगे तो हमें अच्छा लगेगा
http://vangaydinesh.blogspot.in/

DR. ANWER JAMAL ने कहा…

बहुत बहुत शुभकामनायें .

आपका हार्दिक स्वागत है.