भविष्य का सपना
मन पखेरू उड़ने लगा है
नए नए सपने संजोने लगा है
दिल में एक नया एहसास उमंगें ले रहा है
नई पीढ़ी का भविष्य भी अब सुनहरा हो रहा है
एक जिम्मेदारी जो अब अपनी मंजिल पा रही है
आँखों में नए-नए सपने और अरमान जगा रही है
जल्द ही वो दिन आयेगा जब वो अपनी मंजिल पा जाएगी
अपने नए संसार में सुखी ,खुश और मस्त हो जाएगी
उसके सुख में ही हम अपना सुख पा जायेंगे
उसके उल्लास और उमंग में हम भी खो जायेंगे
जब वो अपनी अगली पीढ़ी को लेकर खुशी-ख़ुशी आएगी
उसकी मीठी मीठी और प्यारी किलकारी से घर गुन्जाएगी
तो ऐसा लगेगा की जीवन सम्पूर्ण हो गया
सारे जहाँ का सुख हमको मिल गया
जिम्मेदारियां जब अपनी मंजिल पा जाएँगी
अपनी सुखी और प्यारी दुनिया बसाएंगी
फिर हम अपने कर्तव्यों से मुक्त हो जायेंगे
एक दूसरे में पूरी तरह खो जायेंगे
अपनी अधूरी इच्छाओं और शोकों को पूर्ण करेंगे
और सिर्फ और सिर्फ एक दुसरे के लिए जियेंगे
मन पखेरू उड़ने लगा है
नए-नए सपने संजोने लगा है
8 टिप्पणियां:
sapne hain to sakar bhi hote hain bahut pyaare sapne hain aapke.bahut sundar racna prerna ji.
बहुत खूब! य सपने ही तो जीवन का संबल हैं...बहुत सुंदर
सुंदर सपना जरूर पूरा हो
सुंदर कल्पना .... जिम्मेदारियाँ जीवन भर समाप्त नहीं होतीं :):)
sapne hain to sakar bhi hote हैं।
sunder sapna ...sunder rachna ....
badhaii evam shubhkamnayen ...
सुन्दर सपना सजाया है आपने इस रचना में |
आशा
bahut Sunder sapna........
behtreen prastuti
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