SAPNO KI DUNIYA
जहाँ दूर तक खुली फिजां हो
हरी भरी वादियाँ हो
नदियाँ और झरने हों
चहचहाते पंछी और फूल हों
दूर तक फैली हरियाली हो
आओ हम कहीं ऐसी जगह चलें
किसी भूखें बच्चे का रोना ना हो
किसी औरत की बेबसी ना हो
किसी पर अत्याचार ना हो
कहीं भ्रष्टाचार ना हो
आओ हम कहीं ऐसी जगह चलें
जहाँ हर तरफ शांति सुकून हो
पुलकित प्रफुलित चेहरे हों
और जहाँ हो सिर्फ
प्यार-प्यार-प्यार
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